durood e Shifa ka wazifa
आज की पोस्ट
दुरूदे शिफा का है हर तरह की बीमारियों से निजात
के लिए
दोस्तों जो दुरूद में बताने जा रहा हूं इस दुरूद को दुरूद ए शिफा कहते हैं और इस दुरूदे शिफा को पढ़ने से रोह़ानी व
जिस्मानी बीमारियों से शिफा मिलती है
और खासकर जिस शख्स को शैतानी वसवसे बहुत तंग करते हों और नेक कामों पर माइल होने में नफस रुकावट डालता हो तो इस दुरूद ए पाक को कसरत से पढ़ने से सब वसवसे खत्म हो जाएंगे
और अगर ऐसी जिस्मानी बीमारी हो जिसको त़बीबों ने लाइलाज क़रार दे दिया हो तो उसके लिए इस दरूदेपाक को 40 दिन तक रोजाना हर रोज़ एक सौ मर्तबा पढ़ने से इंशा अल्लाह बीमारी दूर हो जाएगी
और जो शख्स दिल की किसी बीमारी में मुब्तिला हो तो उसे चाहिए कि 315 मर्तबा 11 दिन तक बाद नमाज़ के पढ़ा करें दिल की कोई भी बीमारी हो इंशाअल्लाह दूर हो जाएगी
और अगर किसी की आंख में किसी तरह की कमी हो या रोशनी कम हो तो सुरमेदानी में 1 लोंग फूल वाली डाल दें 1 महीने के बाद वह निकाल कर दूसरी लौंग फूल वाली डाल दें
इसी तरह हर महीने में लौंग तब्दील कर दिया करें और हर लौंग पर दुरूदे शिफा 21 बार पढ़कर दम कर लिया करें तो बहुत ही जोद असर हो
और वही सुर्मा रोज लगाया करें इंशाल्लाह उम्र भर आंख में कोई शिकायत ना होगी और नज़र कमज़ोर हो गई है तो उसकी रोशनी बढ़कर चश्मा की आदत छूट जाएगी मुजर्रिब है
درودشفأ یہ ہے
اَللّٰھُمَّ صَلِّ عَلٰی سَیِّدِنَا مُحَمَّدٍ طِبِّ_الْقُلُوْبِ وَدَوَآئِھَا وَعَافِیَۃِ
الْاَبْدَانِ وَشِفَآئِھَا وَنُوْرِ_الْاَبْصَارِ وَضِیَآئِھَا وَعَلٰی اٰلِہٖ وَصَحْبِہٖ وَسَلِّمْ
दुरूदे शिफा यह है
अल्लाहम्मा् स़ल्लि व सल्लिम व बारिक अ़ला सय्यिदिना व मौलाना मुह़म्मदिनि तिब्बिल्क़ुलूबि व दवाईहा व आफियतल अब्दानि व शिफाइहा व नूरिल अब्सारि व दियाइहा व आलिही व सह़्बिही दाइमन अबदा
अगर यह दुरु लशरीफ खालिस नियत सिदक़ दिल से पड़ेंगे तो इंशाल्लाह हुजूर सल्लल्लाहु तआ़ला अलैहि वसल्लम का दीदार नसीब होगा
पोस्ट पढ़ने के लिए शुक्रिया अगर मेरी पोस्ट अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों तक जरूर शेयर करें
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